शनिवार, 3 दिसंबर 2016

नोट बन्दी पर राजस्थानी व्यंग्य

रामराम सा !!!!

बात भोत पूराणी है ! ऐकर आडसर मे ऐक राजा हो ! राजा के हो ईयाँ समझ ल्यो बजराक ही हो ! रोजगा नया नया कानून ! कदी मंजन करने पर मूळा फ्री ! तो कदी मंजन करने पर बतीसी बाहर !
कुल मिलाकर जनता नाक नाक आयेङी ही !!!

ऐकर फोंगा स्यू ऐक रिस्तेदार आडसर गयो ! बो रिस्तेदार गोधानाथ जी को भोत ठाढो भक्त हो !
बण आडसर की जनता नै समझायी ! कहयो कै भाई लोगो ओ राजा थानै ले बैठसी !
लेकिन जनता राजा स्यू डरती बोली कै ... राजाजी भोत तकङा आदमी है ! राजाजी का डिसीजन और भी तकङा है ! आणहाळी पीढी नै राजाजी का डिसीजन भोत फायेदो देसी !

अब बो रिस्तेदार राजदरबार मै गयो और बोल्यो !......राजाजी मै ऐक ईस्यो कपङो बणा जाणू जकै की ड्रेस खाली समझदार लोगां नै ही दिखै !!! मुखॆ आदमियाँ नै बो कपङो दिखै ही कोनी !!!!!
राजाजी कहयो कै बो कपङो मेरै खातीर तैयार करो !

अब भायेङो ऐक बंद कमरै मे बो रिस्तेदार बैठ ग्यो ! बैठ्यो चोखा जीमण जीमै और मजा करै !

पाँच सात दिना बाद मंत्री जी कमरै मे गया और बोल्या कै कपङो किता मीटर तैयार हूग्यो ? दिखाओ !!
बो रिस्तेदार बोल्यो कै...... ओ पङ्यो !!! देखो !!

मंत्रीजी च्यारा कानी कागडोढ देखै जियाँ देख्यो पण पूर कोनी दिख्यो !
जणा मंत्रीजी सोच्यो आपां मुखॆ हाँ जणा कोनी दिखै !
जणा मंत्रीजी बोल्या.... वहा !!! के कपङो है ! राजाजी तो ऐकदम अमेरीका का राजा सा लागसी ई कपङै मे !

कई दिना बाद दुसरो दरबारी गयो ! बी सागै ही आही बात हूई !
लेकिन अपने आप नै समझदार साबित करणै कै चक्कर मे सगळा कपङै की तारीफ करियावै !

जबकि हकीकत तो आ ही कै कपङो असल मे हो ही कोनी !!!!!

ऐक दिन राजाजी नै बण रिस्तेदार कहयो कै......राजाजी थारी ड्रेस तैयार है ! आज्याओ ! धारण करो !!

राजाजी गया ! अब दिखै राजाजी नै ही कोनी लेकिन नै दिखै जणा मुखॆ हुवै ! ई वास्तै राजाजी कहयो कै तू ही पहरा दे यार !!

बण रिस्तेदार राजा नै नागो तङींग करके झूठै ही बो नै दिखण हाळो कपङो पहना दियो !

राजाजी बारै आया ! सफा सपङतंग !!

दुनिया देखै लेकिन बोलै कोनी !

बोलै कियाँ ?? कपङो स्याणा आदमिया नै दिखै और गूंगी झालर हुवै बीनै दिखै कोनी ! ई खातीर सगळा स्याणा बणग्या !

ऐक तीन साल को छोरो भीङ मे स्यू बोल्यो ......   राजा नागो !!!!

तो भायेङो कहणै को मतलब ओ है कै ई नोटबंदी पर पहली सगळा कह दियो कै जोरगो काम हूयो है ! लेकिन अब कोई कै तकलीफ है तो भी बो ईगी कमी कोनी गीणावै ! क्यों कै कमी गीणाया कोई आ नै कह देवै कै तनै अथॆशास्त्र कोनी आवै !!